News – Page 3 – India Tourism Development Corporation

दि अशोक होटल, नई दिल्ली में टोक्यो पैरालंपिक 2020 के लिए भारतीय दल को भव्य विदाई दी गई

नेशनल, 12 अगस्त, 2021: दि अशोक होटल, नई दिल्ली, भारत पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आईटीडीसी) के अंतर्गत प्रमुख संपत्ति, पर्यटन मंत्रालय के तत्वावधान में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ने टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए भव्य विदाई समारोह की मेजबानी की।

श्री जी किशन रेड्डी, माननीय पर्यटन, संस्कृति और भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री, श्रीमती मीनाक्षी लेखी, भारत की माननीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री, डॉ. दीपा मलिक, भारत की पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष, श्री जीकेवी राव, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी, और अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। श्री अनुराग ठाकुर, माननीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री ने भी वर्चुअल रूप से सभा को संबोधित किया और पैरालंपिक दल को अपनी शुभकामनाएं दीं।

श्री जी किशन रेड्डी, माननीय पर्यटन मंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा – हम यहां एक ऐतिहासिक स्थल, दि अशोक होटल में एकत्रित हुए हैं, जहां पुनः इतिहास को बनते हुए देख रहे हैं और अब तक के सबसे बड़े पैरालंपिक दल को अपनी शुभकामनाएं देते हैं, जो इस माह 24 अगस्त से टोक्यो पैरालंपिक 2020 में प्रतिस्पर्धा करेगा। 2016 रियो पैरालंपिक से भारत का गौरव, श्री मरियप्पन थंगावेलु और श्री देवेंद्र झझरिया 2021 दल का हिस्सा हैं। जैसाकि आप टोक्यो के लिए प्रस्थान कर रहे हैं, हर क्षण, हर श्वास के साथ, मुझे आशा है कि आप पीछे घर पर बैठे 130 करोड़ से अधिक लोगों की प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं में स्वयं को अनुभव करेंगे।

टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में बैडमिंटन अपनी शुरुआत करेगा, जिसमें पारुल परमार, पलक कोहली की महिला युगल जोड़ी, प्रमोद भगत, मनोज सरकार, तरुण ढिल्लों, सुहास यथिराज और कृष्णा नागर सहित पुरुष वर्ग में पांच शटलर शामिल होंगे

टोक्यो पैरालंपिक 24 अगस्त से 05 सितंबर, 2021 तक आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में रियो पैरालंपिक 2016 के ऊंची कूदों के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी। टोक्यो ओलंपिक में 9 विभिन्न खेलों में रिकॉर्ड संख्या के 54 पैरा एथलीट भाग लेंगे। कई एथलीटों ने विश्व रिकॉर्ड प्रदर्शन सहित क्वालीफाई किया है, जिससे पदक की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। पिछले वर्ष रियो में, भारत ने कुल चार पदक जीते थे, जिनमें से दो स्वर्ण थे।

दि अशोक होटल द्वारा टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पदक विजेताओं के सम्मान में भव्य स्वागत समारोह किया गया।

होटल दि अशोक में उत्सव का माहौल था, लॉबी को गेंदे के फूलों, औपचारिक लालटेन और ओलंपिक रिंगों से सजाया गया। टोक्यो ओलंपिक, 2020 में पदक विजेताओं और अन्य उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ियों के स्वागत में विशेष व्यवस्था की गई, जैसे प्रकाश व्यवस्था से जगमगाती लॉबी आदि। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कुल सात पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं।

अशोक होटल में टोक्यो 2020 में नीरज चोपड़ा सहित सभी भारतीय पदक विजेताओं को सम्मानित किया गया

अशोक होटल, नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने ओलंपिक पदक विजेताओं, नीरज चोपड़ा, रवि कुमार दहिया, बजरंग पुनिया, लवलीना बोरगोहेन और पुरुषों की राष्ट्रीय हॉकी टीम को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्हें सम्मानित करने के लिए केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू, युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक, सचिव-खेल रवि मित्तल, और महानिदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण, संदीप प्रधान भी उपस्थित थे। टोक्यो में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

टोक्यो पैरालंपिक 2020 के लिए भारतीय दल का विदाई समारोह

टोक्यो पैरालंपिक 2020 के लिए भारतीय दल का विदाई समारोह, होटल दि अशोक में 12 अगस्त, 2021 को गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। माननीय पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के विकास मंत्री और माननीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री सहित माननीय संस्कृति एवं विदेश राज्य मंत्री ने टीम इंडिया को शुभकामनाएं दीं।

आईटीडीसी के अशोक ट्रैवल्स एंड टुअर्स (एटीटी) प्रभाग को 24 अगस्त से 5 सितंबर, 2021 तक टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में जाने वाले भारतीय दल के लिए भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की आवश्यकताओं के संचालन के लिए आधिकारिक ट्रैवल एजेंट के रूप में चुना गया है।

माननीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री द्वारा टीकाकरण बैज जारी किया गया

संसद भवन परिसर में माननीय सांसदों, पदाधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की प्रतिबद्धता में, आईटीडीसी के कर्मचारियों का पूर्ण रूप से टीकाकरण किया गया है। माननीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री, श्री जी किशन रेड्डी जी ने इस पहल को मान्यता स्वरूप में टीकाकरण बैज जारी किया। संसद भवन परिसर में माननीय सांसदों, पदाधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की प्रतिबद्धता में, आईटीडीसी कर्मचारियों को पूर्ण रूप से टीकाकरण किया गया। माननीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री श्री जी किशन रेड्डी जी ने इस पहल को मान्यता स्वरूप में टीकाकरण बैज जारी किया।

दि अशोक होटल ने अपने फ्रंट-लाइन सेवा कर्मचारियों के लिए टीकाकरण शिविर का आयोजन किया

दि अशोक होटल ने अपने परिसर में नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) के सहयोग से टीकाकरण शिविर का आयोजन किया। शिविर में आईटीडीसी के लगभग 200 फ्रंट-लाइन कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया। आईटीडीसी, कड़ाईपूर्वक सत्रों का आयोजन कर रहा है और इस क्षेत्र में तैयारियों और तत्परता पर फ्रंट-लाइन कर्मचारियों की सहायता कर रहा है।

भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग के लिए एक वेबिनार में जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ने कहा, भारत में चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (मेडिकल वैल्यू टूरिज्म) के लिए अपार संभावनाएं हैं

नेशनल, 12 जुलाई, 2021: भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन को पुनर्जीवित करने और द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए, भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ने दोनों देशों के दूतावासों के सहयोग से भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग पर एक वेबिनार का आयोजन किया।

प्रख्यात पैनलिस्टों में सऊदी अरब में भारत के राजदूत महामहिम डॉ ऑसफ सईद; श्री जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी; श्री ऑगस्टस साइमन, निदेशक भारतीय उपमहाद्वीप – सऊदी पर्यटन प्राधिकरण; श्री अशोक सेठी, निदेशक, भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद; विभिन्न उद्योग हितधारक और भागीदार शामिल थे।

भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग के सुदृढ़ीकरण पर बोलते हुए, श्री जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ने पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से कहा, “जहाँ तक चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (मेडिकल वैल्यू टूरिज्म) का संबंध है, सामर्थ्य, अभिगम्यता और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के कारण भारत, विश्व में 10वें स्थान पर है। यह स्वास्थ्य कल्याण पर्यटन के संबंध में दुनिया में 7वें और एशिया प्रशांत क्षेत्र में तीसरे स्थान पर प्रभुत्व वाला देश है। भारत में 2017 में 4.95 लाख चिकित्सीय पर्यटक आए, जो 2019 में 7 लाख से अधिक हो गए। 800 एनएबीएच और 36 जेसीआई मान्यता-प्राप्त अस्पतालों सहित, भारत सुदृढ़ पारिस्थितिकी तंत्र के कारण, जो पहले ही भली-भांति विकसित है, चिकित्सा सुविधाओं के लिए व्यवहार्य गंतव्य है। चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (एमवीटी), भारत सरकार द्वारा अभिनिर्धारित 10 सर्वोत्तम क्षेत्रों में से एक है और हम संभवत: विश्व के एकमात्र देश हैं, जहां वैकल्पिक चिकित्सा और पारंपरिक दवाओं के लिए चिकित्सा समर्पित मंत्रालय, आयुष मंत्रालय है, जो आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी दवाओं को बढ़ावा देता है। कोविड के बाद स्वास्थ्य लाभ की अवस्था में अपनी प्रभावकारिता सिद्ध करने के साथ, आयुर्वेद विश्व-भर में बड़े व्यापक स्तर पर आगे बढ़ रहा है।”

एमवीटी के अतिरिक्त, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि भारत सऊदी अरब के पर्यटकों को प्राचीन समुद्र-तटों सहित विशाल समुद्री-तट और 566 वन्यजीव अभयारण्यों और 104 राष्ट्रीय उद्यानों सहित विशाल वन आवरण प्रदान कर सकता है, जो उदाहरणतः, अफ्रीका द्वारा प्रस्तुत वन्यजीव पर्यटन के बढ़िया विकल्प हैं। भारत माइस (एमआईसीई) क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा है और यद्यपि सऊदी अरब के लोगों को कार्यक्रमों के लिए दुबई जाना सस्ता लग सकता है, भारत निश्चित रूप से अधिक किफायती गंतव्य है।

देश की विविध प्राकृतिक विरासत का जिक्र करते हुए, श्री राव ने भारत के तटीय पर्यटन के 7500 किमी के समुद्र-तट के साथ-साथ कर्नाटक और केरल में मानसून पर्यटन के उत्कृष्ट अनुभव का उल्लेख किया। उन्होंने कश्मीर के विस्तृत बर्फ से ढके हुए भूदृश्य और दर्शनीय लेह व लद्दाख में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ प्रकृति-समृद्ध उत्तर-पूर्व में पर्यटन के विकास पर विशेष ध्यान देने के विषय में भी बात की। साथ ही, भारत में अंतररार्ष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के रूप में, श्री राव ने एक बार वीजा जारी होने की प्रक्रिया के पुन:प्रारंभ होते ही प्रथम 5 लाख पर्यटकों के लिए मुफ्त पर्यटक वीजा प्रदान करने की भारत सरकार की घोषणा पर प्रकाश डाला।

सऊदी अरब में भारत के राजदूत महामहिम डॉ ऑसफ सईद ने पर्यटकों के लिए पर्यटन प्रतिबंध हटाने और चिकित्सा पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, पारंपरिक पर्यटन, प्रकृति पर्यटन और पर्यावरण पर्यटन केंद्रित पर्यटक अनुकूल पर्यटन पैकेज पर बल देते हुए कहा कि भारत और सऊदी अरब, दोनों पर्यटन के पुनरुद्धार के लिए दृढ़ तालमेल के लिए तत्पर हैं।

भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग के लिए एक वेबिनार में जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ने कहा, भारत में चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (मेडिकल वैल्यू टूरिज्म) के लिए अपार संभावनाएं हैं

नेशनल, 12 जुलाई, 2021: भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन को पुनर्जीवित करने और द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए, भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ने दोनों देशों के दूतावासों के सहयोग से भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग पर एक वेबिनार का आयोजन किया।

प्रख्यात पैनलिस्टों में सऊदी अरब में भारत के राजदूत महामहिम डॉ ऑसफ सईद; श्री जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी; श्री ऑगस्टस साइमन, निदेशक भारतीय उपमहाद्वीप – सऊदी पर्यटन प्राधिकरण; श्री अशोक सेठी, निदेशक, भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद; विभिन्न उद्योग हितधारक और भागीदार शामिल थे।

भारत और सऊदी अरब के बीच पर्यटन सहयोग के सुदृढ़ीकरण पर बोलते हुए, श्री जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ने पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से कहा, “जहाँ तक चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (मेडिकल वैल्यू टूरिज्म) का संबंध है, सामर्थ्य, अभिगम्यता और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के कारण भारत, विश्व में 10वें स्थान पर है। यह स्वास्थ्य कल्याण पर्यटन के संबंध में दुनिया में 7वें और एशिया प्रशांत क्षेत्र में तीसरे स्थान पर प्रभुत्व वाला देश है। भारत में 2017 में 4.95 लाख चिकित्सीय पर्यटक आए, जो 2019 में 7 लाख से अधिक हो गए। 800 एनएबीएच और 36 जेसीआई मान्यता-प्राप्त अस्पतालों सहित, भारत सुदृढ़ पारिस्थितिकी तंत्र के कारण, जो पहले ही भली-भांति विकसित है, चिकित्सा सुविधाओं के लिए व्यवहार्य गंतव्य है। चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (एमवीटी), भारत सरकार द्वारा अभिनिर्धारित 10 सर्वोत्तम क्षेत्रों में से एक है और हम संभवत: विश्व के एकमात्र देश हैं, जहां वैकल्पिक चिकित्सा और पारंपरिक दवाओं के लिए चिकित्सा समर्पित मंत्रालय, आयुष मंत्रालय है, जो आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी दवाओं को बढ़ावा देता है। कोविड के बाद स्वास्थ्य लाभ की अवस्था में अपनी प्रभावकारिता सिद्ध करने के साथ, आयुर्वेद विश्व-भर में बड़े व्यापक स्तर पर आगे बढ़ रहा है।”

एमवीटी के अतिरिक्त, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि भारत सऊदी अरब के पर्यटकों को प्राचीन समुद्र-तटों सहित विशाल समुद्री-तट और 566 वन्यजीव अभयारण्यों और 104 राष्ट्रीय उद्यानों सहित विशाल वन आवरण प्रदान कर सकता है, जो उदाहरणतः, अफ्रीका द्वारा प्रस्तुत वन्यजीव पर्यटन के बढ़िया विकल्प हैं। भारत माइस (एमआईसीई) क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहा है और यद्यपि सऊदी अरब के लोगों को कार्यक्रमों के लिए दुबई जाना सस्ता लग सकता है, भारत निश्चित रूप से अधिक किफायती गंतव्य है।

देश की विविध प्राकृतिक विरासत का जिक्र करते हुए, श्री राव ने भारत के तटीय पर्यटन के 7500 किमी के समुद्र-तट के साथ-साथ कर्नाटक और केरल में मानसून पर्यटन के उत्कृष्ट अनुभव का उल्लेख किया। उन्होंने कश्मीर के विस्तृत बर्फ से ढके हुए भूदृश्य और दर्शनीय लेह व लद्दाख में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ प्रकृति-समृद्ध उत्तर-पूर्व में पर्यटन के विकास पर विशेष ध्यान देने के विषय में भी बात की। साथ ही, भारत में अंतररार्ष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के रूप में, श्री राव ने एक बार वीजा जारी होने की प्रक्रिया के पुन:प्रारंभ होते ही प्रथम 5 लाख पर्यटकों के लिए मुफ्त पर्यटक वीजा प्रदान करने की भारत सरकार की घोषणा पर प्रकाश डाला।

सऊदी अरब में भारत के राजदूत महामहिम डॉ ऑसफ सईद ने पर्यटकों के लिए पर्यटन प्रतिबंध हटाने और चिकित्सा पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, पारंपरिक पर्यटन, प्रकृति पर्यटन और पर्यावरण पर्यटन केंद्रित पर्यटक अनुकूल पर्यटन पैकेज पर बल देते हुए कहा कि भारत और सऊदी अरब, दोनों पर्यटन के पुनरुद्धार के लिए दृढ़ तालमेल के लिए तत्पर हैं।

भारत पर्यटन विकास निगम श्री जी किशन रेड्डी, माननीय पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री जी का स्वागत करता है

श्री जी किशन रेड्डी, माननीय पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री जी का अभिनंदन करते हुए श्री जी कमलावर्धन राव, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ।

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