आईटीडीसी – एक झलक
भारत पर्यटन विकास निगम 1 अक्तूबर, 1966 को निगमित, पर्यटन मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। आईटीडीसी ने देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निगम के मुख्य रूप से निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
- होटलों और खानपान एककों का निर्माण, प्रबंध और प्रचालन।
- पर्यटक परिवहन सुविधाएं प्रदान करना।
- पर्यटकों को शुल्क मुक्त खरीददारी की सुविधाएं प्रदान करना।
- पर्यटकों को मनोरंजन सुविधाएं प्रदान करना।
- कन्वैंशन व सम्मेलन सुविधाएं प्रदान करना।
- परामर्शी–व–प्रबंधकीय सेवाएं प्रदान करना तथा डिपॉजिट वर्क आधार पर पर्यटन व इंजीनियरिंग परियोजनाओं का निष्पादन करना।
- भारत व विदेशों में खाद्य मेलों, उत्सवों व संयुक्त उद्यमों दूवारा पर्यटन का संवर्धन करना।
- सरकारी संगठनों की ओर से समारोह–प्रबंधक के रुप में सम्मेलन/समारोह आयोजित करना|
- पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र में शिक्षा/प्रशिक्षण प्रदान करना।
निगम यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य संबंधी आवश्यकताओं के लिए एक स्थान पर समस्त समाधान प्रदान करता है। वर्तमान में निगम द्वारा पर्यटकों के लिए विभिन्न स्थानों पर होटल, रेस्टोरैंट चलाने के साथ-साथ परिवहन सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त, निगम पर्यटक प्रचार साहित्य के उत्पादन, वितरण और बिक्री में लगा हुआ है और पर्यटकों को शुल्क मुक्त खरीदारी की सुविधा प्रदान करता है (वर्तमान में केवल समुद्रपत्तन)। इंजीनियरिंग से संबंधित परामर्श सेवाओं में भी निगम की उपस्थिति है और एसीईएस प्रभाग ध्वनि व प्रकाश (एसईएल) की स्थापना केंद्र/विभिन्न राज्य सरकारों के लिए बुनियादी ढांचे से संबंधित परियोजना कार्यों को संभालती है। अशोक ट्रैवल्स एंड टुअर्स प्रभाग टिकटिंग, टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट, टूर पैकेज और कार्गो से संबंधित जरूरतों को विश्वसनीय सस्ती सेवाओं के साथ अखिल भारतीय उपस्थिति प्रदान करता है। निगम का अशोक आतिथ्य और पर्यटन प्रबंधन संस्थान पर्यटन और आतिथ्य के क्षेत्र में प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करता है। अशोक समारोह अग्रणी समारोह प्रबंधन एजेंसी है जो सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, कार्यशालाओं/संगोष्ठियों और अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों को संभालती है।
निगम की प्राधिकृत पूंजी 150 करोड़ रुपए है और 31.03.2025 को प्रदत्त पूंजी 85.77 करोड़ रुपए है 31.03.2025 को शेयरधारिता स्वरूप निम्नप्रकार है :
- भारत सरकार 87.03%
- दि इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड 7.87%
- अन्य निकाय निगम 0.15%
- आम जनता, कर्मचारी आदि 3.17%
- योग्य संस्थागत खरीदार 1.78%
इस समय में, आईटीडीसी के अंतर्गत अशोक ग्रुप के 3 होटल, और 1 संयुक्त उद्यम होटल, 1 रेस्टोरैंट, 5 एटीटी एककों, समुद्री बंदरगाहों पर 14 शुल्क मुक्त दुकानों का नेटवर्क है। इसके अलावा, आईटीडीसी वेस्टर्न कोर्ट, विज्ञान भवन, हैदराबाद हाउस और संसद भवन में खानपान सेवाओं का प्रबंधन भी कर रहा है।
बदलते परिवेश में स्वयं के पुनः निर्माण हेतु, आईटीडीसी अपने शेष व्यावसायिक क्षेत्र को सुदृढ़ करने के अलावा, विविध प्रकार की नई सेवा-उन्मुख व्यवसाय गतिविधियां, जैसे पर्यटन और इंजीनियरिंग परियोजनाओं का परामर्श और निष्पादन, पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण/शिक्षा, समारोह प्रबंधन और ध्वनि व प्रकाश प्रदर्शन स्थापित कर रहा है।

