उद्योग निकाय भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग, मंडल (एसोचैम) ने पर्यटन क्षेत्र के पुनरुत्थान पर सामूहिक चर्चा करने के लिए बैठक का आयोजन किया, जिसमें उद्योग जगत के अग्रणी व्यक्तियों ने इस क्षेत्र के पुनरुत्थान के लिए महत्वपूर्ण ध्यान केंद्रित किए जाने वाले क्षेत्रों पर प्रकाश डालने, और इस उद्योग के आगामी पथ और कैसे यह उद्योग आपदा को अवसर में बदल सकता है; के उद्देश्य से भाग लिया।
आईटीडीसी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री जी कमलावर्धन राव ने चिकित्सीय मूल्य पर्यटन (मेडिकल वैल्यू टूरिज्म) के क्षेत्र में भारत कैसे एक गंतव्य के रूप में अग्रणी बन सकता है; पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं के बढ़ते वैश्वीकरण ने चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दिया है। भारत का भ्रमण न केवल अपनी परंपरा, मनमोहक सौंदर्य और दिलचस्प विविधता के लिए किया जाता है, बल्कि अपने उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र और विश्व-स्तरीय चिकित्सा उपचार के लिए भी किया जाता है। वर्षों से, भारत विश्व-भर के यात्रियों के लिए सर्वश्रेष्ठ रोगविषयक उपचार प्राप्त करने, पुन:स्फूर्त और कायाकल्प का लाभ उठाने के लिए एक प्रमुख और आकर्षक गंतव्य बन गया है। पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ते हुए, महामारी के बाद के विश्व में मांग को पूरा करने के लिए घरेलू यात्रियों के निरंतर समर्थन की आवश्यकता होगी।”
इस सामूहिक चर्चा में पूरे पर्यटन क्षेत्र से वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उप समिति द्वारा दिनांक 29.06.2021 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में भारत पर्यटन विकास निगम मुख्यालय (आईटीडीसी) के साथ निरीक्षण- बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस बैठक में उपाध्यक्ष माननीय सांसद श्री भर्तृहरि महताब और माननीय संयोजक महोदया प्रो. रीता बहुगुणा जोशी के अलावा अन्य माननीय सांसदगण उपस्थित थे। आईटीडीसी का प्रतिनिधित्व श्री जी कमलावर्धन राव, आईएएस, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक ने किया। उनके साथ श्री पीयूष तिवारी, निदेशक (वाणिज्यिक व विपणन), आईटीडीसी, सुश्री शशि महंत, प्रबंधक (राजभाषा) और पर्यटन मंत्रालय से श्री ज्ञान भूषण, आर्थिक सलाहकार और श्री मनोज दुबे, सहायक निदेशक (राजभाषा) बैठक में उपस्थित थे। माननीय समिति ने निगम में हो रहे राजभाषा हिंदी के कार्यों की समीक्षा की एवं मार्गदर्शन किया।
17 जून, 2020: नई दिल्ली: अशोक टूअर्स एंड ट्रैवल्स (एटीटी), भारत पर्यटन विकास निगम, नई दिल्ली (आईटीडीसी) के यात्रा प्रभाग ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, अशोक टूअर्स एंड ट्रैवल्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की आधिकारिक यात्राओं के दौरान 414 इकाइयों और कमांडो को हवाई टिकट बुकिंग एवं यात्रा-संबंधित सेवाओं के लिए ऑनलाइन यात्रा समाधान प्रदान करेगा।
16 जून 2021 को दोनों संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में श्री राजीव आनंद, प्रधान प्रबंधक (एटीटी) और श्री वी के यादव, एआईजी प्रशासक ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बारे में विवरण साझा करते हुए, श्री जी कमला वर्धन राव, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, आईटीडीसी ने कहा, “यात्रा उद्योग मौजूदा महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि सीआईएसएफ ने हमें उन्हें एक अनिवार्य सेवा प्रदान करने का अवसर दिया है। हम संसाधनों के अधिकतम प्रयोग और अधिकतम आयोजना द्वारा सीआईएसएफ को सुविधाएं प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
आज के इस अप्रत्याशित समय में, आईटीडीसी बड़े स्तर पर समुदाय की सहायता के लिए सभी हितधारकों के साथ निरंतर कार्य कर रही है।
दि इकनॉमिक टाइम्स (ट्रैवलवर्ल्ड)
आउटलुक इंडिया
बीडबल्यू होटलियर
बीडबल्यू बिजनेसवर्ल्ड
लेटस्टली
न्यूज़मैन ऑफ इंडिया
पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) ने अपने शिक्षा विंग अशोक आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंध संस्थान अशोक आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन संस्थान के माध्यम से अपने कर्मचारियों ‘के लिए योग स्वास्थ्य एवं कल्याण‘ पर एक सत्र का आयोजन किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित सत्र का नेतृत्व श्री योग आचार्य ने किया, जिन्होंने ‘वैदिक अष्टांग योग‘ सिखाया और जीवन में स्वास्थ्य और जीवन-शक्ति की अभिव्यक्ति के लिए सरल परंतु सशक्त साधनों पर प्रकाश डाला। इसके अलावा, इस सत्र में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा योग और प्राणायाम के प्रोटोकॉल पर भी चर्चा हुई।
“अशोक ट्रैवल्स एंड टुअर्स (एटीटी), भारत पर्यटन विकास निगम, नई दिल्ली (आईटीडीसी) के यात्रा प्रभाग ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ)के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं । इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, अशोक ट्रैवल्स एंड टुअर्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की आधिकारिक यात्राओं के दौरान 414 इकाइयों और कमांडो को हवाई टिकट बुकिंग और यात्रा-संबंधित सेवाओं के लिए ऑनलाइन यात्रा समाधान प्रदान करेगा।“
जैसे–जैसे अर्थव्यवस्था का पुनः प्रारंभ हो रहा है, आतिथ्य एवं पर्यटन उद्योग भी वापसी करने के लिए कमर कस रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, भारत पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आईटीडीसी) ने दि अशोक होटल, नई दिल्ली के अग्रिम पंक्ति के सेवा कर्मचारियों के लिए ऑनलाइन खाद्य व पेय प्रशिक्षण सत्र की मेजबानी की। सत्र का संचालन एक बाहरी विशेषज्ञ द्वारा किया गया, जिसमें अतिथियों को सुरक्षित, स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण उपलब्ध करवाने के विषय पर कर्मचारियों को शिक्षित करने के लिए विभिन्न विषयों को शामिल किया गया था। आईटीडीसी इस कार्य–क्षेत्र की मुस्तैदी और तैयारियों पर विधिवत ऑनलाइन वेबिनार और सत्रों की मेजबानी कर रहा है।
आज के इस अप्रत्याशित समय में, कर्मचारियों को प्रेरित करने की शुरुआत उन्हें सहयोग करने से होती है। उनके कल्याण हेतु प्रयास के रूप में, आईटीडीसी ने अपनी अशोक केयर्स पहल के माध्यम से, दि अशोक, नई दिल्ली में अपने सभी कर्मचारियों के लिए आरटी-पीसीआर स्क्रीनिंग संचालित की। कर्मचारियों का कल्याण हमेशा से ही आईटीडीसी की बुनियाद में रहा है और विशेषत: इस कठिन समय में, फिर चाहे वह कर्मचारियों का शारीरिक स्वास्थ्य या मानसिक तनाव का प्रबंधन हो।
इस महामारी के विरुद्ध जारी लड़ाई में स्वास्थ्य-सेवा समुदाय अग्रसर रहा है। वर्तमान लॉकडाउन के बीच, आईटीडीसी, स्वास्थ्य-सेवा समुदाय के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए सरकारी अस्पतालों, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और राम मनोहर लोहिया के स्वास्थ्य कामगारों को प्रतिदिन 500 तक पैक किया हुआ भोजन उपलब्ध करा रहा है।आईटीडीसी के प्रमुख होटल, दि अशोक की रसोई में सभी सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह भोजन पकाया जा रहा है। भारत पर्यटन विकास निगम, इस कठिन समय में स्वास्थ्य-सेवा समुदाय के कार्य और निष्ठा के प्रति आभारी है।
11-13 अप्रैल, 2021 तक श्रीनगर, कश्मीर में पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित ‘कश्मीर की पर्यटन क्षमता का उपयोग “स्वर्ग में एक और दिन”
आईटीडीसी के होटलों ने धारणीयता के प्रति प्रण लेते हुए “अर्थ ऑवर” कार्यक्रमों में भाग लिया। प्रत्येक वर्ष लोग पर्यावरण जागरूकता को बढ़ाने और ग्रह के लिए परिवर्तनकारी बदलाव करने के लिए कार्य करते हुए “अर्थ ऑवर” का जश्न मनाते हैं। यह एक वार्षिक मील का पत्थर है, जो पृथ्वी को बचाने के लिए कंपनियों द्वारा वर्ष-भर के दौरान उठाए गए कुछ कदमों को प्रतिबिंबित करने के अवसर को चिह्नित करता है। आईटीडीसी एक समूह के रूप में, पृथ्वी के संरक्षण हेतु कई केंद्र-बिंदु क्षेत्रों के लिए प्रतिबद्ध है: कार्बन में कमी, कार्बन-न्यूट्रल बैठकें, जल संरक्षण, अपशिष्ट को कम करना, जिम्मेदार सोर्सिंग और इकोलेबल्स। खाद्य अपशिष्ट में कमी के प्रयासों के अलावा, आईटीडीसी ने सभी होटलों में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाकर प्लास्टिक अपशिष्ट को कम करने का भी प्रण लिया। आईटीडीसी अपने पर्यावरणीय प्रभाव पर नियंत्रण के लिए आतिथ्य उद्योग में ही सभी को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ पर्यावरण में स्थायी परिवर्तन लाने वाले एक नए स्थायी मॉडल को प्रेरित करने की आशा करता है। “अर्थ ऑवर” वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर द्वारा आयोजित वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम है। इस वर्ष के कार्यक्रम, प्रकृति के विनाश और कोविड -19 जैसी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप के बीच की कड़ी को उजागर करते हैं।